टोहाना: सरकार व निजी स्कूलों की खींचतान में अबकी बार भी आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों का भविष्य दांव लगा हुआ है। प्राईवेट स्कूल संघ इस बार प्रदेश सरकार से 134 ए के तहत बच्चों को दाखिला देने के मामले में आर-पार की लड़ाई का मूड बना चुका है। अगर सरकार ने उनके साथ धक्का शाह की तो लोकसभा चुनावों में सरकार का पूरे जोर-शोर से विरोध किया जाएगा।
आपको बता दें कि यह बात प्राईवेट स्कूल सांझा मंच के प्रधान रणधीर पूनिया ने कही है। इस बात से जहां सरकार व निजी स्कूल दोनों फिर पुराने समय की तरह आमने-सामने आ खड़े हुए है वहीं इसका फिर से नुकसान आर्थिक रूप से पिछड़े विधार्थियों को ही उठाना पड़ेगा क्योंकि इस खींचतान में उनका दाखिला हर बार की तरह फिर से देरी का शिकार होगा।
वहीं प्राईवेट स्कूल से रणधीर पूनिया ने कहा कि सरकार के पास उनका पिछले तीन साल से 71 करोड़ राशि बकाया है। शीघ्र सरकार ने राशि नहीं दी तो प्रदेश के सभी 8 हजार स्कूलों को ताला लगा दिया जाएगा। जिससे प्रदेश के 26 लाख बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इस बार प्राईवेट स्कूल संघ सरकार की मनमानी को बर्दाशत नहीं करेगा तथा आने वाले समय से बच्चों को दाखिला देने की बजाय स्कूलों को बंद कर देंगे। उसकी जिम्मेदार फिर से प्रदेश सरकार होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पिछले साल मई तक राशि देने का वायदा किया था लेकिन अभी तक तीन साल से कोई रूपया नहीं दिया गया है।