आज पुरा देश साल 2020 के स्वागत के जश्न की तैयारी कर रहा है। तो वही, साल 2019 में भारत सरकार और भारतीय सेना ने कई ऐतिहासिक फैसले लेकर रातों- रात दुश्मन के खेमें में खलबली मचा दी। गरीबों सवर्ण को 10 फीसदी आरक्षण मिलने के बाद देश में जश्न का माहौल था, लग रहा था कि सरकार सबका साथ, सबका विकास के अपने मिशन पर आगे बढ़ रही है।
इस बीच पाकिस्तान के पालतू आतंकियों ने पुलवामा में आतंकी हमला कर दिया, जिसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए। शहादत का बदला लेने के लिए देश भर से आवाज बुलंद होने लगी, मोदी सरकार पर एक बार फिर दबाव बढ़ने लगा और सरकार ने जो फैसला लिया वो साहसिक था। फैसला था पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को खत्म करने का तो वहीं, सर पर लोकसभा चुनाव थे, सरकार चुनाव की तैयारी करे या युद्ध जैसी स्थिति से निपटे…

देश में जवानों की शहादत पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का एहसास सरकार को भी था। पीएम ने एक तरफ लोगों से इस लड़ाई में एकजुटता की अपील की तो दूसरी तरफ पाक के पालतू आतंकियों को बिना नाम लिए बता दिया कि, वो गुनहगारों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे।

इस बार कमान थल सेना को नहीं बल्कि भारतीय वायुसेना को दी गई। वायुसेना ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। बालाकोट में घुसकर आतंकियों के ठिकाने पर बम बरसाये और फिर बड़े आराम से भारतीय सीमा में लौट आए। जब तक पाकिस्तान की सेना को पता लगता तब तक 400 से ज्यादा आतंकियों का खत्मा हो चुका था।

पाकिस्तानी सेना ने एयर स्ट्राइक पर पहले तो गाल बजाया लेकिन बाद में धीरे-धीरे स्वीकार करने लगी। उधर सेना ने 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले का बदला शहीद जवानों की 13 वीं से पहले ही 26 फरवरी को बालाकोट में आतंकियों के ठिकाने पर अटैक कर ले लिया। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की हर चाल को कुटनीतिक स्तर पर ना सिर्फ भारत ने नाकाम किया बल्कि उससे घुटने पर लाकर खड़ा भी कर दिया जिसका नाजारा तब देखने को मिला जब पाकिस्तानी विमान का पीछे करने के दौरान पाकिस्तान के सीमा पहुंचे विंग कमांडर अभिनंद वर्धमान को पाकिस्तान ने 48 घंटे के अंदर ससम्मान भारत भेजा।

आज रिटायर हुए सेना प्रमुख बिपिन रावत
तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के साथ ही बिपिन रावत आज सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो गए हैं, अपने कार्यकाल के आखिरी दिन उन्होंने वॉर मेमोरियल पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा साउथ ब्लॉक पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर कार्यभार संभालने से पहले बिपिन रावत ने सभी जवानों को शुभकामनाएं दी।

वहीं, दूसरी तरफ सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस नियुक्त किया गया। CDS का काम सेना, नौसेना और वायुसेना के कामकाज में बेहतर तालमेल लाना और देश की सैन्य ताकत को और मजबूत करना होगा। सरकारी आदेश के मुताबिक CDS के पद पर जनरल रावत आज से अपना पदभार संभालेंगे।