उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में कमासिन थाना क्षेत्र के मुसीवां गांव में मुंबई से लौटे एक प्रवासी मजदूर ने घर में आइसोलेशन के दौरान कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कमासिन थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) ओंकार सिंह ने पीटीआई को शनिवार को बताया कि पांच दिन पूर्व श्रमिक विशेष ट्रेन से मुंबई से लौटे प्रवासी मजदूर सुनील (19) ने घर में आइसोलेशन के दौरान शुक्रवार तड़के फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि उसे पशु बाड़े में फंदे से लटका पाया गया।
पुलिस के मुताबिक, युवक मुंबई की एक स्टील फैक्टरी में काम करता था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से फैक्टरी बंद हो जाने से वह घर लौट आया था। उसके पिता अब भी गुजरात में फंसे हैं। एसएचओ ने बताया कि अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है, मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद से ही लगातार प्रवासी मजदूरों का मुद्दा गर्माया हुआ है।
प्रवासी मजदूरों के साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में कई सड़क दुर्घटनाएं भी हुईं, जिनमें कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी। वहीं उत्तर प्रदेश में अभी तक लाखों की संख्या में दिल्ली और मुंबई सहित अलग-अलग राज्यों से प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौट चुके हैं, जिन्हें क्वारंटीन किया जा रहा है। इनमें से कई प्रवासी कोरोना से संक्रमित भी पाए गए हैं।
बता दें देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 6,654 नए मामले सामने आए जिसके साथ शनिवार को संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,25,101 पर पहुंच गए हैं। इस अवधि में 137 मरीजों की मौत हुई और मृतक संख्या बढ़कर 3,720 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के बुलेटिन में शनिवार सुबह यह जानकारी दी गई।
इसके मुताबिक फिलहाल देशभर में कुल 69,597 संक्रमितों का इलाज चल रहा है, 51,783 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं और एक मरीज देश से बाहर चला गया। जिन 137 लोगों की मौत हुई है उनमें से 63 महाराष्ट्र में, 29 गुजरात में, 14-14 दिल्ली और उत्तर प्रदेश में, छह पश्चिम बंगाल में, चार तमिलनाडु में, दो-दो राजस्थान, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में तथा एक मरीज की मौत हरियाणा में हुई।