भारत में अक्टूबर का महीना आते ही त्योहारों का मौसम भी शुरू हो जाता है। इस दौरान लोग त्योहार के खुशनुमा मौसम की तैयारी में लग जाते है। यही वजह है कि त्योहार का मौसम आते ही लोग अपने घरों से निकलते हैं और दोस्तों-रिश्तेदारों से मिलते हैं। साथ ही अपने करीबियों के साथ अच्छा वक्त गुज़ारते हैं। ऐसे में हम हर साल इन त्योहारों को धूमधाम से मनाते हैं, और साथ ही खुद की और परिवार की सेहत और सुरक्षा का पूरा ख्याल भी रखते हैं। इस साल हम एक बार फिर दुर्गा पूजा से शुरू हो रहे त्योहारों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। लेकिन कोरोना वायरस महामारी में सेहत और सुरक्षा का ख्याल रखना और भी ज़रूरी हो गया है।
सावधानी बरतें- खुद को और अपने करीबी लोगों को कोरोना महामारी से सुरक्षित रखने के लिए अपने मुंह और नाक को पूरी तरह से ढंकने वाले मास्क का ही इस्तेमाल करें, हर थोड़ी देर में हाथ जरूर धोये। ध्यान रखें, दिन में हाथ दो से तीन बार जरूर धोये। साथ ही किसी भी वस्तु को छूने के बाद हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। साथ ही दूसरों से शारीरिक दूरी भी बनाए रखें।
लक्षण – कोविड-19 के लक्षण वास्तव में संक्रमण के सबसे विश्वसनीय संकेत नहीं हैं। हालांकि, अभी तक जो लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं, उनमें से कई लोग स्पर्शोन्मुख पाए गए हैं। इसका मतलब ये नहीं कि लोगों को हल्के लक्षणों को अनदेखा कर देना चाहिए या उन्हें “मौसमी फ्लू” या “सामान्य सर्दी” समझने की भूल करनी चाहिए। कोरोना में सिरदर्द और थकान की समस्या के साथ ही बेचैनी और दुविधा जैसे लक्षण महसूस होते हैं। ये लक्षण भी गंभीर रूप से बीमार मरीजों में ही देखी गए हैं। मालूम हो कि सूखी खांसी कोरोना वायरस के प्रमुख लक्षणों में से एक है। ऐसे में डॉक्टरों का भी कहना है कि लगातार खांसी आना वायरस की शुरुआत का एक नया संकेत हो सकता है। इसलिए घर पर रहना और सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी है।
अनुमान न लगाये- दुनियाभर में कई लोगों को कोविड-19 संक्रमण हुआ और वे उससे ठीक भी हो गए। ऐसे में कई लोग ऐसी धारणा बना लेते हैं कि वे बीमार नहीं पड़ेंगे और इसलिए कोरोना वायरस की सावधानियों में लापरवाही करते हैं। कोरोना से दोबारा संक्रमित होना आम नहीं है लेकिन नामुमकिन भी नहीं है। बीमारी या इस वायरस के बारे में एक धारणा बना लेना बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।
दूसरों से कैसे मिलें- दोस्तों या किसी जानकार से मिलते वक्त हाथ मिलाने से बचें और नमस्ते का उपयोग करें। इस तरह से त्योहारों के समय लोगों का अभिवादन करना ज़्यादा बेहतर रहेगा। साथ ही त्योहार में गिफ्ट का लेन-देन होना आम बात है। तो ऐसे में गिफ्ट देने या लेने से पहले सैनिटाइज जरूर करें। और समान्य दूरी का भी खासतौर से ध्यान रखें।
बाहर न खाएं- कोविड 19 को लेकर वैसे तो अभी तक ऐसे तथ्य नहीं मिलें हैं जिससे ये साबित हो कि कोविड-19 पके हुए खाने से भी फैल सकता है। लेकिन फिर भी त्योहार के समय बाहर के खाने से दूरी बनाना बहुत जरूरी है। ये न सिर्फ कोविड-19 से बचे रहने के लिए है बल्कि इससे बाहर के खाने से पेट खराब होने के आसार भी बढ़ जाते हैं। जो आपकी इम्यूनिटी को प्रभावित कर सकता है।