हरियाणा न्यूज: जन संघर्ष मंच हरियाणा और समता महिला मूलक संगठन ने मिलकर पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ गोहाना शहर में रोष प्रदर्शन किया है। साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों का पुतला दहन कर सरकार से डीजल 25 रुपये लीटर, पेट्रोल 30 रुपये लीटर और रसोई गैस का सिलेंडर 250 रुपये में मुहैया करवाये जाने की मांग की, इसके इलावा रेल और बसों के किराए को भी आधे किए जाने की मांग की।
इस दौरान मंच के सयोजक डॉ सीडी शर्मा ने कहा फिलहाल कच्चे तेल की कीमत 65 $ प्रति बैरल (159 लीटर) है। शोधन, परिवहन और अन्य खर्च समेत पेट्रोल-डीजल की कीमत लगभग 30 रुपये प्रति लीटर बैठती है। इस पर 100% केंद्र सरकार उत्पाद कर वसूलती है। इतना ही राज्य सरकारों का वैट, तेल कंपनियों का मुनाफा और डीलरों का कमीशन है। इस प्रकार आम उपभोक्ता को ये चीजें 3 गुणा कीमत पर मिलती हैं।
उन्होंने कहा कि नेपाल और पाकिस्तान आदि भारत से भी गरीब देशों में इनके दाम भारत से आधे हैं। बेहतर गुणवत्ता वाले हवाई जहाज के पेट्रोल का मूल्य 55 रुपये प्रति लीटर है। अमेरिका जैसे बेहद धनी देश में भी पेट्रोल का भाव 40 रुपये प्रति लीटर है। ऐसे में हमारी लुटेरी सरकारी निर्लज्जता से जनता की जेबों पर डाका डालने में जुटी है। परिवहन और कृषि में उपयोग होने से पेट्रो-पदार्थों की मूल्यवृद्धि से जीवनोपयोगी हर वस्तु महंगी हो जाती है। अभूतपूर्व बेरोजगारी, भुखमरी व घोर महंगाई से त्रस्त देश की 95% आबादी को उम्मीद थी कि उसे कच्चे तेल की कीमत में आई गिरावट का फायदा मिलेगा। लेकिन करों में अनापशनाप वृद्धि कर सरकारों ने हर साल 3 लाख करोड़ रुपए हड़प लिए और अभागी जनता मुंह ताकती रह गई।