देश में लगातार पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर आज व्यापारिक संस्था द कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की तरफ से ‘भारत बंद’ का ऐलान किया गया है। वहीं देशभर के 8 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले करीब 40 हजार ट्रेड एसोसिएशंस ने कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की तरफ से किए जाने वाले ‘भारत बंद’ का समर्थन भी किया है। देश के खुदरा दुकानदार एमेजॉन जैसे रिटेल चेन के बढ़ते प्रभाव और मनमानी से भी काफी नाराज हैं। इसके अलावा वे वस्तु एवं सेवा पर में बदलाव की भी मांग कर रहे हैं। साथ ही दूसरी तरफ ट्रांसपोर्टर्स के पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर भी नाराज हैं।
भारत बंद के दौरान सभी परिवहन कंपनियों को विरोध के लिए आज अपने वाहन पार्क करने के लिए कहा है। देश भर के अलग अलग राज्यों में विरोध स्वरूप 1500 जगहों पर धरने का आयोजन किया जाएगा। जिसकी वजह से लोगों को भी परेशानी हो सकती है।
बता दें कि ट्रांसपोर्टर्स GST के तहत आने वाले ई-वे बिल को खत्म करने को लेकर ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। एक बयान में ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स ने कहा हैं कि देश भर में सभी ट्रांसपोर्ट कंपनियां शुक्रवार को बंद रहेंगी। वहीं इसके अलावा उन्होंने कहा कि लघु उद्योग, हॉकर्स, महिला उद्यमी, स्वयं उद्यमियों और व्यापार से जुड़े अन्य क्षेत्रों के राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय संगठन भी व्यापार बंद को अपना समर्थन देंगे।
ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्सके राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया और महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली सहित देश भर में सभी राज्यों के लगभग 1500 छोटे-बड़े संगठन आज से धरना देंगे। भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि 22 दिसंबर और उसके बाद जीएसटी नियमों में एकतरफा अनेक संशोधन किये गए जिनको लेकर देश भर के व्यापारियों में बड़ा गुस्सा बरकरार है।