हरियाणा न्यूज: प्रदेश सरकार में खेल मंत्री संदीप सिंह आज यमुनानगर में कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में उन्होंने कई लोगों की समस्या पर विचार करते हुए अधिकारियों को मौके पर ही समस्या का हल करने के आदेश जारी कर दिए। हालांकि इस मीटिंग में दो लोग ऐसे थे जिनकी शिकायत पर मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया। मंत्री के पास पहुंचे शिकायतकर्ता ने एक डिपो संचालक के खिलाफ शिकायत की तो वहीं एक लड़की ने निजी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की।
लड़की ने बताया कि उसको पथरी थी जिसपर डॉक्टर ने उसका गलत इलाज करते हुए नस काट दी जिसके बाद उसे चंडीगढ में इलाज कराना पड़ा और उसका छह लाख से अधिक खर्च हो गया। मंत्री ने इसपर तुरंत संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को इस डॉक्टर की जांच करने के आदेश दिए और रिकवरी कर लड़की के इलाज के पैसे उसे दिलवाए जाए। अगर मामले में डाक्टर की बडी लापरवाही है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाए। हरियाण सरकार खेल नीति में बदलाव कर रही है और इस बदलाव के तहत जो खिलाड़ी जब तक खेलना चाहता है तब तक वो खेल सकता है।
उसे खेलने का मौका दिया जाएगा कई बार ऐसा होता है कि खेल के दौरान ही उसे नौकरी मिल जाती है और उसे नौकरी ज्वाइन करनी पडती है। लेकिन अब जब तक खिलाडी खेलगा उसके बाद ही वह नौकरी ज्वाइन कर सकता है, क्योंकि खिलाड़ी का खेल ही उसकी पीएचडी है।