हरियाणा न्यूज़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस के साथ खास बातचीत में प्रकृति के प्रति अपने प्रेम, धराशायी होती कांग्रेस पार्टी और सबसे महत्वपूर्ण पाकिस्तान के पूर्व शुभिंचंतकों और उसके आर्थिक मददगारों की घेरेबंदी करने की अपनी व्यवस्थित रणनीति के बारे में बात की है। यह एक ऐसी चीज है, जिसका पर्याप्त श्रेय प्रधानमंत्री को नहीं मिलता, जबकि विदेश नीति की शायद यही एकमात्र उपलब्धि रही है।
पीएम मोदी ने इस इंटरव्यू के दौरान सत्ता में अपनी दूसरी पारी की भी बात की, जिसमें वह पहले से भी कहीं अधिक मजबूत जनाधार के साथ लौटे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा 72 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा को लेकर राहुल गांधी पर बिना नाम लिए तंज कसा है।
पीएम मोदी ने कहा कि कई लोग हैं, जो सर्वनाश की भविष्यवाणी करते हैं और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। विशेष रूप से 2019 की बात करूं तो मैं आपको बता सकता हूं कि मैं चुनाव में हमारी संभावनाओं को लेकर काफी आश्वस्त था। यह विश्वास हमारी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड, और हमने सुशासन और विकास के एजेंडे पर जिस प्रकार काम किया, उससे उपजा था।
उन्होंने कहा कि मैं जहां कहीं भी गया, मैंने भाजपा और राजग के लिए भरपूर सहयोग देखा। लोगों ने यह तय कर लिया था कि 21वीं सदी में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और वंशवाद की राजनीति स्वीकार्य नहीं है। हम विकास और प्रदर्शन की राजनीति के युग में रहते हैं, बयानबाजी और प्रतीकवाद के पुराने दौर में नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको इसका एक उदाहरण देता हूं- कांग्रेस पार्टी ने न्याय योजना के बारे में बात की। शायद यह सबसे बड़ा चुनावी वादा था, लेकिन लोगों ने ऐसे खोखले वादों को दरकिनार कर दिया। उन्हें कांग्रेस में ऐसे वादे को निभाने की ईमानदारी और क्षमता नहीं नजर आई। इसलिए कोई आश्चर्य नहीं कि जिन लोगों ने 72,000 रुपये का वादा किया था, वे 72 सीटें भी नहीं जीत पाए।